डॉक्टर मामा ने जादू के लिए डीवीडी भेजी है।
आजकल जादू रोज़ सुबह 'लकड़ी की काठी' और
'आलू कचालू' सुनता और देखता है।
और देख-देखके एक्टिंग भी करता है।
और दिन भर दीवीदी की डिमान्ड भी करता है।
नन्हे जादू का अपना t w i t t e r.
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कल जादू मम्मा-पापा के साथ 'सावरकर पार्क' की सैर पर गया था।
वहां आजकल एक छोटा-सा एक्वेरियम खुल गया है।
जादू को 'फिश़' देखकर बड़ा अच्छा लगा।
वैसे जादू को फिश इतनी पसंद है कि पापा ने
अपने स्क्रीन सेवर पर भी 'पिच्च'लगा रखी है।
और पास की एक 'शॉप' पर बिना 'एक्वेरियम' देखे
आगे नहीं बढ़ता।
जादू को 'पिच्च' बहुत पसंद है।