जादू के समर वेकेशन का मतलब है घर पर धमाचौकड़ी।
अकसर ही मम्मा-पापा का सेलफोन अपनी जगह से ग़ायब पाया जाता है।
फिर उसी जगह पर दोबारा मिल भी जाता है।
तफ्तीश करने पर पता चला कि चूंकि जादू को मोबाइल पर गेम नहीं मिलते- इसलिए
वो बीच बीच में मम्मा-पापा का फोन बरामद करके सेल्फ़ी़ज़ खींचते हैं।
हाल ही में पापा को अपने मोबाइल पर ये सेल्फीज़ मिलीं।
जो जादू की शरारत का सुबूत हैं।
जा़हिर है कि इतने तरह के मुंह जादू बना सकते हैं।
आप कितनी तरह के मुंह बना सकते हैं बताइये बनाकर ज़रा।
और ये वो सेल्फ़ी- जो पापा ने जादू के साथ एक मॉल में मस्ती करते हुए खींची थी।
यानी बेटा तो बेटा--बाप रे बाप।
Wednesday, May 6, 2015
सेल्फ़ी खींचने का शौक़।
Tuesday, May 5, 2015
ये घड़ी क्यों बनी है पापा।
आजकल जादू के vacations चल रहे हैं।
जादू सुबह उठकर आलस करता रहता है। देर से उठना। देर से ब्रश करना।
देर से नहाना। आज सुबह पापा जादू के पीछे पड़ गये। उसे बाथरूम में घुसा दिया।
जादू बाहर निकला और पापा से पूछा-- पापा ये घड़ी क्यों बनी है। क्या इसलिए कि लोग टाइम देख सकें।
पापा की समझ में आ गया कि जादू के मन में क्या चल रहा है।
जादू सोच रहा है कि अगर वॉच ना होती तो लोग टाइम ना देख पाते।
और जादू को भी सुबह सुबह बाथरूम में नहीं घुसना पड़ता।
जादू की मौज हो जाती।
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