छब्बीस जनवरी को पापा को याद आए वो मोतीचूर के लड्डू
जो स्कूल में बंटते थे।
गए लेकर आए।
और जादू ने किया पूरे डिब्बे पर क़ब्ज़ा।
नन्हे जादू का अपना t w i t t e r.
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छब्बीस जनवरी को पापा को याद आए वो मोतीचूर के लड्डू
जो स्कूल में बंटते थे।
गए लेकर आए।
और जादू ने किया पूरे डिब्बे पर क़ब्ज़ा।
2 comments:
वाह जी.अकेले अकेले...
yunus ji inhi lal ladduon ka zikra aapne kiya tha na? wah yehi to hai NOSTALGIA !
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