आजकल जादू की सविता मौसी से खूब बनती है।
सोमवार को पूरे दिन जादू मौसी के साथ रहे।
ख़ूब मस्ती की।
और तब से आज तक बीच-बीच में ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाते हैं
'तबिता आने' यानी सविता आईये।
अभी 'मौसी' शब्द जादू के शब्द-कोष में नहीं है।
सविता मौसी के साथ जादू की एक पुरानी फोटो।
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