एक हफ्ते से जादू जी की तबियत ख़राब थी।
सर्दी-खांसी-बुख़ार।
संडे खांसी तो अचानक इतनी बढ़ गयी कि
मम्मा-पापा पैनिक हो गए।
पर अब जादू बहुत बेहतर है।
अभी-अभी उसके रास्ते में एक चींटी आ गई।
और जादू ने उससे क्या कहा, सुनिए।
'जाओ जाओ, चलो हटो। अपने रास्ते पर जाओ, चींटी बाहर जाओ।'
चींटी बेचारी क्या करती। गई।
1 comments:
hahaha...good one!!
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