आजकल जादू हर शब्द का संस्कृत रूप बोलता है।
और ये बात उसे किसी ने सिखाई नहीं है।
उसने अपने आप 'पानी' को 'पानीयम्' या 'पानम्'
और 'छिच्छी' को 'छिच्छीयम्' बोलना शुरू कर दिया है।
कुछ और मिसालें---'बिच्चीयम' (बिस्किट के लिए) । 'पेपरम्'। वग़ैरह।
2 comments:
vaah!
pandit jaadu ji
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