गाड़ी में जाते हुए---'पापा पीछे से गाड़ी आ रही है'।
मम्मा से---'जादू को डिड्डी नईं चैये'।
ट्रैफिक-सिग्नल पर--'सिग्नल सिग्नल'।
लैंडलाइन फोन उठाकर---'डॉक्टर अंकल सुई लगायेंगे क्या'।
खिड़की पर खड़े होकर---'हाय बारिश'
टैडी बेयर से---- 'तलो हटो, भाग जाओ। नईं आना जादू के पास'
मम्मा से (जादू की नकल करने पर) --'नईं बोलिए ऐसे'।
सीबीबी एनीमेशन चैनल देखते हुए---ऐ बर्ड पेड़ पर मत चढ़ो। रूक जाओ।
किसी का भी फ़ोन आए, तो पापा से--'कौन था, क्या बोला'।
दिन में बीस बार---'जादू को हाथ धोने हैं, बेसिन से' (मतलब गीला होना है)
इसके बाद--'ती-थर्ट गीला हो गया'।
टेडी-बेयर से--'तलो घूमकर आते हैं'।
..............अगले अंक में जारी
3 comments:
jadoo ....kitni pyari pyari batein karte ho tum-noopur
Bada natakhat hai ye .....
ये फोन वाली और बेसिन में हाथ धोने वाली बात तो मेरी दीदी का बेटा भी खूब करता था. ऐसे पूछता था कि 'किछका फोन था?" जैसे सबको जानता हो :)
मैं जब जादू की बातें पढ़ती हूँ तो मेरा उससे मिलने का मन होने लगता है.
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