कल दादाजी का हैप्पी बर्थडे था।
जादू ने दादा को फोन किया। और तरह तरह की कहानियां सुनाईं।
दादा केक तैये। गुलाला-जामुन तईये।
सेलिब्रेशन करना है।
और बोला टी वी नहीं देखना। नईं तो लायन आ जायेगा।
लायन नहीं कोकोदाइल आ जाएगा। और मंकी बोलेगा—भागो।
फिर बिल्ली बोलेगी ऐसा नईं करते।
कहानी का कोई ओर-छोर नहीं था।
फिर जादू ने दादाजी को 'कोलावेरी' भी सुनाया।
बड़ा मज़ा आया।
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